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SEO के बारे में Top 10 Myths – BUSTED

यदि आप एक blogger हैं तो आप अपने ब्लॉग या website पर ट्रैफिक लाने के लिए हमेशा ही संघर्ष करते रहते होंगे. आपको ये पता है की अपने ब्लॉग पर Search Engine से ट्रैफिक लाने के लिए अपने ब्लॉग की SEO (Search Engine Optimization) करनी होगी. इसलिए अब आप बहुत से अलग-अलग SEO related blogs पर जब आप इसे करने के तरीकों के बारे में research करते हैं तो आपको हर जगह अलग-अलग चीज़ें बताई जाती हैं. अब कौनसी चीज़ें सही है या कौनसी नहीं, ये तो आप की खुद की समझदारी और experience पर ही depend करता है.

चलिए फिर भी कुछ myths ऐसे है जोकि SEO के विषय में बिना वजय लोगो को गुमराह करते हैं. ऐसी ही चीज़ों के बारे में आज हम इस आर्टिकल में बात करेंगे.

तो चलिए जानते हैं, SEO के बारे में Top 10 Myths जो हम अलग-अलग लोगों से सुनते हैं. इन points के बीच हमने अपने दूसरे articles के links लिए हैं, जिन्हें आप follow करके उस particular topic के बारे में अधिक जान सकते हैं.

  1. Meta Tags matter नहीं करते

एक समय होता था, की जब Search Engine में अलग-अलग साइट्स की ranking केवल meta tags जैसे की meta title, meta description और tags पर ही depend करती थी. लेकिन वो समय काफी पहले था. जैसे-जैसे technology में advancements हुयी हैं, वैसे-वैसे search engines sites को meta tags की बजाय content की quality और लोगों की जरूरत के हिसाब से रैंक करने लगें हैं. ऐसे में बहुत से लोग आपको ये कहेंगे की आप Meta tags का प्रयोग करना ही छोड़ दें.

लेकिन ये बहुत बुरी advice होगी. चाहे meta tags का महत्व पहले जितना नहीं है, लेकिन फिर भी आज की date में भी ये बहुत matter करते हैं. इसलिए आपके लिए मेरा ये सुझाव होगा की आप हर पोस्ट में meta tags का प्रयोग ज़रूर करें.


  1. केवल .com domain लेने सी आपके blog पर ट्रैफिक आएगा.

ये एक बहुत बड़ा myth है और इसे burst करना बहुत ज़रूरी है. ज़्यादातर blogs पर suggest किया जाता है की आप अपने ब्लॉग या website के लिए केवल .com domain ही लें और इसके इलावा यदि आप कोई और domain लेंगे को आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक नहीं आएगा. ऐसा बिलकुल भी नहीं हैं.

आप चाहे कोई भी domain extension लेते हैं, उसका search इंजन से ट्रैफिक के साथ कुछ खास लेना देना नहीं है. Domain के extension का मतलब आपके customers या visitors के लिए ज्यादा matter करता है. बात ये है कि आपको एक ऐसा domain name extension लेना चाहिए जोकि लोगों के मन में आसानी से याद रह सके. अब usually सब websites के साथ .com लगाते हैं तो .com लोगों के मन में बसा हुआ है. लेकिन इसका ये मतलब बिलकुल भी नहीं है कि दूसरे domain extensions जैसे कि .in, .co, .coffee आदि पर ट्रैफिक नहीं आएगा. इनकी value .com की तरह है. Country specific websites के लिए .in जैसे domains कई बार .com से बढ़िया साबित होते हैं.


  1. Backlinking या Internal linking matter नहीं करती.

आजकल बहुत से लोग आपको content के बारे में तो बहुत लम्बे-चौड़े सुझाव देंगे लेकिन साथ-साथ आपको ऐसा कहेंगे की backlinking करना या internal linking करना matter नहीं करता क्योंकि Content is the King. मैं इस बात को मानता हूँ कि content ही king है लेकिन यदि आप natural तरीके से internal linking और backlinking करते हैं तो यह आपके content की quality का ही एक plus point होता है. इसलिए ये भी एक myth है की backlinking या internal linking से आपको कोई भी SEO benefit नहीं मिलता है.


  1. जिसका content जितना नया होगा, वो ऊपर रैंक करेगा.

जैसे-जैसे चीज़ों का नवीनकरण होता है, वैसे-वैसे content भी पुराना होता जाता है और उसकी जगह नयें content की आवश्यक्ता होती है. अब जैसे कोई किसी का ब्लॉग content 2-3 साल पुराना है लेकिन वो अभी पहले number पर रैंक कर रहा है, इसका अर्थ ये तो बिलकुल भी नहीं है कि यदि आप अभी नया content लिखकर पब्लिश कर देते हैं और आपका content रैंक कर जायेगा.

चाहे, जो ब्लॉग अभी पहले रैंक कर रहा है, उसका content पुराना है, लेकिन और बहुत से factors है जोकि उस ब्लॉग को पहले number पर रैंक करवाने में उसके लिए plus points है. इसीलिए content को नया करने से केवल, कुछ नहीं होता.


  1. SEO Agency को hire करने से आपके blog की ranking बढ़ जाएगी

यह भी एक बहुत बड़ा myth है की यदि आप किसी SEO Agency को अपने ब्लॉग या website की SEO करने के लिए hire करेंगे तो आपके ब्लॉग की ranking बढ़ जाएगी. ऐसा तो बिलकुल भी sure नहीं है. हाँ, मैं ऐसा भी नहीं कहता कि आपको benefit नहीं होगा. कुछ agencies सही होती है, तो आपके ब्लॉग की SEO करने में आपकी मदद करती है. लेकिन देखिये SEO एक time consuming और long term में result देने वाला process है, तो ऐसे में कोई SEO agency hire करने से आपको कुछ benefit नहीं होगा. मेहनत फिर भी आप की ही लगेगी.


  1. Guest Blogging से कुछ नहीं होता

SEO करने के लिए लोग बहुत से black hat तरीके जैसे की irrelevant blogs पर guest posting करके spam backlinks create करना इत्यादि भी करते हैं. ऐसे में जो लोग सही तरीके से guest blogging करके natural backlinks बनाते हैं तो उनके मन में कहीं न कहीं ये वहम हो सकता है की यदि वे Guest blogging करते हिज तो शायद वह भी spam की तरह treat हो और शायद उससे उनको कोई भी benefit न हो. देखिये ऐसा बिलकुल नहीं होता है, यदि आप सही तरीके से natural way में guest posting करेंगे तो आपको surely benefits ही होंगे.


  1. Keyword Research करने से कुछ नहीं होता

बहुत से लोग Keyword research नहीं करते और जो मर्ज़ी अपने ब्लॉग पर content के रूप में लिख देते हैं और फिर बैठे देखते हैं कि उनके ब्लॉग पर आखिर ट्रैफिक क्यों नहीं आ रहा है. अब आप खुद सोचिये यदि आप अपने ब्लॉग पर कुछ ऐसा लिखेंगे जिसे लोग search ही नहीं कर रहें है तो फिर आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक आखिर आ कहाँ से जायेगा?

इसीलिए, मैं आपको बता दूँ की SEO का बहुत पहला step content के लिए Keyword research करना है.


  1. Paid Search से आपके blog की rankings भी अच्छी होंगी

काफी सारे Digital marketers आपको ये बतायेंगे की यदि आप Google के paid search compaigns जैसे की Google Adwords के ज़रिये advertise करेंगे तो जिस website को आप advertise करेंगे तो उसे search इंजन benefit देगा और उसकी ranking भी बढ़ेगी.

क्या आपको seriously लगता है की Google ऐसा करेगा? Google कहता है की उसका मंतव है: लोगों जो चाहते हैं उनको देखायिये, बाकि सब अपने-आप पीछे आएगा. Google search results में किसी भी हद में केवल अच्छे results ही show करेगा जो वह अपनी algorithms से decide करता है. ऐसे में यदि आप paid campaigns करेंगे भी तो भी आपको को कोई organic search benefit तो बिलकुल भी नहीं मिलेगा.


  1. ज्यादा content length से ज्यादा ट्रैफिक आता है

ज्यादा content SEO के लिए एक plus point होता है, लेकिन इसका अर्थ ये नहीं की यदि आपके पास ज्यादा content होगा तो ही आप पहले number पर रैंक कर पाएंगे. ज्यादा content के साथ-साथ उसकी quality और अन्य बहुत से factors है जो matter करते हैं. केवल ज्यादा content लिखकर या फिर ज्यादा posts लिखकर आप कुछ हासिल नहीं कर पाएंगे.


  1. Social Media sharing matter नहीं करती

अब जब आप Search इंजन से ट्रैफिक लाने की बात करते है तो बहुत से लोग सोचते हैं की Social media का तो इसमें कोई लेना-देना है नहीं और Social media sharing से SEO में कोई benefit नहीं होगा. ये भी एक बहुत बड़ा myth है.

चलिए अंत में इस myth को भी burst करते हैं. जैसे आपके blogs के पास जितने ज्यादा quality backlinks होते हैं, उसका benefit मिलता है, उसी प्रकार जितने ज्यादा social media पर shares होंगे, उसका benefit भी ज़रूर मिलता है और Search Engine ranking के major factors में Social Media sharing एक है. इसीलिए आप एक बात को पक्का करें की आप अपने ब्लॉग posts में sharing options रखें ताकि आपके readers posts को शेयर कर सकें और आपके social media पर signals strong हो सकें.


तो कैसा लगा आपको हमारा ये आर्टिकल? इन myths को अपने blogger friends के साथ, social media पर शेयर करना मत भूलिए. (देखा! हम भी अपने readers को social media पर articles को शेयर करने के लिए advice करते हैं.) यदि आपका कोई question हो तो आप हमसे comments के ज़रिये ज़रूर पूछिए. क्या कोई ऐसा और SEO myth है जो आपको लगता है की burst होना ज़रूरी है?

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This post was last modified on November 19, 2018 11:19 pm

Gurmeet Singh: नमस्कार, मैं गुरमीत, ShoutMeHindi का Senior Editor हूँ. आप सभी के सहयोग से हमारा यह blog, हिन्दी भाषा में ब्लॉग्गिंग और online पैसे कमाने के सम्बंधित जानकारी उपलब्ध करवाने वाला एक popular blog बन चूका है. इसी तरह अपना सहयोग देते रहिये और हम आपके लिए नईं-नईं जानकारी उपलब्ध करवाते रहेंगे. :)

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